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Tuesday, April 17, 2012

क्या पसंद करोगे - गुजरात मोडेल या बिहार मोडेल


बिहार की रणवीर सेना ने गुजरात की विश्व हिन्दु परिषद का
 अच्छा विकल्प दिया है
बिहार में ऊंची जातिओं के जमीनदारों ने भूमिहीन दलित खेतमजदूरों को कुचलने के लिए बनाई रणवीर सेनाने 1996 में बथानी टोला गांव में 21 लोगों की हत्या की थी, जिसमें ज्यादातर बच्चे और औरतें थी. इस केस में सबूत ना होने की वजह से हाइकोर्ट ने तमाम 62 मुज़रीमों को छोड दिया है. इससे पहले आरा की सिविल कोर्ट के एडी. जिल्ला सेशन्स जज ने इनमें से 23 मुज़रीमों को सजा फरमाई थी. भोजपुर जिल्ले के सहार ब्लोक के बथानी टोला गांव में मारे गए लोग दलित और मुसलमान थे.

बिहार की तुलना में हमारा गुजरात कितना खुशकिस्मत, समृद्ध और वाइब्रन्ट है! यहां सवर्णों को रणवीर सेना बनाने की कोई जरूरत ही नहीं है. यहां विश्व हिन्दु परिषद बहुत अच्छा काम कर रही है. पीछडों, दलितो, आदिवासियों को हिन्दुत्व का दारू पीलाकर, हाथ में शस्त्र थमाकर हमारी परिषद मुसलमानों के सामने लडने के लिए सज्ज करती है. दस साल में बिहार में जितनी हत्याएं होती है, इतनी गुजरात में दस दिन में हो जाती है. फिर दस साल के लिए कितनी शांति, कितना सुकुन! ना कोई संताप, ना पश्चाताप! वाइब्रन्ट गुजरात! वाइब्रन्ट गुजरात!    

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