कल महेसाणा सेसन्स कोर्ट ने लाखवड की दलित महिला सरपंच कमलाबहेन की जामीन
अर्जी मंजुर करते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई गुनाह नहीं बनता. गुजरात में अमित शाह
के साथ उसकी पत्नी तडीपार नहीं होती. माया कोडनानी के साथ उसके पति को सजा देने के
बारे में कल्पना भी नहीं की जाती, मगर एक दलित महिला सरपंच के पति ने एक सरकारी
निगम से सिर्फ एक लाख सत्तर हजार की लोन ली हो और उसमें से एक लाख रुपया बाकी हो
तो गुजरात की पुलीस पति के साथ महिला सरपंच के उपर भी आइपीसी की कलम 406, 506 (2) के तहत एफआईआर दर्ज करती है और सात-सात दिन तक दलित महिला सरपंच को जेल में ठुंस
सकती है. मोदी देश का पीएम बनेगा तो पूरे देश में दलितों के साथ ऐसा व्यवहार होगा
इसकी हम गारन्टी देते हैं.
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